आज से शुरू हो रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं 251 सामूहिक विवाह।
निघासन-खीरी निघासन क्षेत्र में नन्दीश्वर बाबा के स्थान पर आज से शुरू हो रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं 251 सामूहिक विवाह संस्कार की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। आज कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी। कलश यात्रा में भारी संख्या में महिलाएं हिस्सा लेंगी। चार दिन चलने वाली गायत्री महायज्ञ में भारी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेंगे। आज से शुरू हो रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं 251 सामूहिक विवाह संस्कार की तैयारी पूर्ण हो गई है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मंदिर परिसर में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सभी विभागों के प्रभारी नियुक्त किए गए। समीक्षा बैठक में टोली स्वागत, यज्ञशाला, भोजनालय, आवास सुरक्षा, नियंत्रण कक्ष, जलकल विभाग, चिकित्सा, स्वच्छता, परिवहन, यज्ञशाला भंडारण, मंच निर्माण एवं मंच संचालन तथा संस्कार पंजीयन समेत सभी विभागों के प्रभारी नियुक्त किए गए। 17 दिसंबर को सद्गुरु ज्ञान गंगा सद्ग्रंथ कलश यात्रा, 18 दिसंबर को प्रातः 8:00 बजे डॉक्टर चिन्मय पंड्या की गरिमामई उपस्थित, ध्यान साधना योग, देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ। 19 दिसंबर को गायत्री महायज्ञ एवं सभी संस्कार प्रवचन आओ गढ़े

आज से शुरू हो रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं 251 सामूहिक विवाह।
निघासन-खीरी से संवाददाता आर.जे.संतोष कुमार की रिपोर्ट

निघासन-खीरी
निघासन क्षेत्र में नन्दीश्वर बाबा के स्थान पर आज से शुरू हो रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं 251 सामूहिक विवाह संस्कार की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। आज कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी। कलश यात्रा में भारी संख्या में महिलाएं हिस्सा लेंगी। चार दिन चलने वाली गायत्री महायज्ञ में भारी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेंगे। आज से शुरू हो रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं 251 सामूहिक विवाह संस्कार की तैयारी पूर्ण हो गई है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मंदिर परिसर में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सभी विभागों के प्रभारी नियुक्त किए गए। समीक्षा बैठक में टोली स्वागत, यज्ञशाला, भोजनालय, आवास सुरक्षा, नियंत्रण कक्ष, जलकल विभाग, चिकित्सा, स्वच्छता, परिवहन, यज्ञशाला भंडारण, मंच निर्माण एवं मंच संचालन तथा संस्कार पंजीयन समेत सभी विभागों के प्रभारी नियुक्त किए गए। 17 दिसंबर को सद्गुरु ज्ञान गंगा सद्ग्रंथ कलश यात्रा, 18 दिसंबर को प्रातः 8:00 बजे डॉक्टर चिन्मय पंड्या की गरिमामई उपस्थित, ध्यान साधना योग, देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ। 19 दिसंबर को गायत्री महायज्ञ एवं सभी संस्कार प्रवचन आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी एवं दीप। 20 दिसंबर को ध्यान साधना, योग साधना गायत्री महायज्ञ, पूर्णाहुति एवं विवाह संस्कार एवं विदाई समारोह संपन्न होगा।