सरकारी अस्पतालों में नहीं लिखी जाएंगी बाहर की दवाएं’ *स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक* के फरमान के बाद जानिए क्या है जमीनी हकीकत
सरकारी अस्पताल में डाॅक्टर मरीजों को लिख रहे बाहर की महंगी दवाये , वीडियो वायरल l साल्ट की जगह दवा का ब्रांड लिखते हैं सीoएचoसी के चिकित्सक , विभाग मौन

*रमियाबेहड़ खीरी*
सरकारी अस्पतालों में नहीं लिखी जाएंगी बाहर की दवाएं’ *स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक* के फरमान के बाद जानिए क्या है जमीनी हकीकत
रिपोर्ट सूरज केंवट लखीमपुर खीरी
सरकारी अस्पताल में डाॅक्टर मरीजों को लिख रहे बाहर की महंगी दवाये , वीडियो वायरल l
साल्ट की जगह दवा का ब्रांड लिखते हैं सीoएचoसी के चिकित्सक , विभाग मौन
गर्भवती महिलाओ की डिलीवरी होने बाद , डिस्चार्ज के समय ” हजारों रुपए की लिखी जाती है बाजार से दवाएं l ”
डॉक्टर संतोष वर्मा पर 2000 रुपए की दवा बाजार से लिखने का लगाया आरोप :- *पीड़ित बुजुर्ग*
*जांच में खुलासा :-* कई अलग-अलग मरीजों के पर्चे मिलान करने पर एक ही ब्रांड की दवा लिखने की खुली पोल l
*सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रमियाबेहड़ का मामला l*
वैसे तो प्रत्येक बीमारी की सरकारी दवाएं स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद हैं पर *कमीशन खोरी के चक्कर में विवादो में रहने वाले सीoएचoसी के डॉक्टर संतोष वर्मा मरीजों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।* अस्पताल के पर्चे पर खानापूर्ति के लिए कुछ सरकारी दवा लिखकर साथ में निजी पर्चे पर बाहर की महंगी दवाएं लिख दी जाती हैं। इन डॉक्टरों को सरकारी जांच व दवा पर कतई भरोसा नहीं है। इसलिए बाहर संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर पर कुछ फिक्स कंपनियों की दवाएं मरीजों को लिखी जाती हैं और मरीजों को महंगे दामों में खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है।
*हालाकि जब पूरे मामले पर संबंधित विभाग के एक ज़िम्मेदार अधिकारी बात की गई तो बताया कि दवा का ब्रांड लिखने पर पूरी तरह रोक है। अगर कोई लिख रहा है तो संज्ञान लिया जाएगा।*
अब देखने वाली बात यह होगी इस मामले में विभाग मुख्य चिकित्सा अधिकारी क्या कार्यवाही करते है ,या फिर ऐसे ही मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा l