गौसेवा करते नहीं थकते गौरक्षक रिंकू पांडेय, किया जाएगा सम्मानित: आरके मौर्य प्रदेश महासचिव प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद
अखंड लाइव न्यूज समाचार पत्र तथा प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद के द्वारा किया जाएगा सम्मानित।

संपादकीय टीम
ब्यूरो कार्यालय ढखेरवा। शुक्रवार 13 जनवरी को ढकेरवा चौराहा स्थित आस्था एवं प्रज्ञा इलेक्ट्रिक बाइक शोरूम पर अखंड लाइव न्यूज़ के पदाधिकारियों की बैठक में गायों की समस्याओं पर मुद्दा उठाते हुए प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद के प्रदेश महासचिव एवं चैनल के प्रसार संपादक उ प्र आरके मौर्य ने बताया कि
चोटिल बेसहारा गौ माता की सेवा का बीड़ा उठाने वाले परोरी निवासी गौ रक्षक रिंकू पांडे का योगदान काफी सराहनीय है।हर दिन उनको कहीं न कहीं गौ सेवा करते हुए देखा जा सकता है। हालांकि पांडे जी का ऐसा करना कुछ लोगों को रास नहीं आता है परंतु अच्छाई पर चलने वाले को रोक कौन सकता है। आज गौ माता की स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है, सरकार के एक फरमान ने गौ माताओं को सड़कों पर ला दिया, आज उनका जीवन बहुत ही दुष्कर है,लाखों की संख्या में गौ माताएं गौशालाओं में तड़प तड़प कर मर चुकी हैं, लाखों मर रही हैं, और लाखों मरने के लिए तैयार हैं। इससे बुरा वक्त इस धरती पर कभी नहीं आया। हिंदू धर्म में गाय को माता ही नहीं माना जाता अपितु पूजनीय माना जाता है, क्योंकि इसका दूध बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए अमृत समान है।कुछ बीमारियों में डॉक्टर केवल गाय के घी का सेवन करने को ही कहते हैं। पर जब गाय बचेगी ही नहीं तो यह सब कहां से लाओगे? जिस तेजी के साथ गाय खत्म हो रही है तो यह कहना मुश्किल नहीं होगा कि शीघ्र ही गाय नाम कीना प्रजाति ही विलुप्त हो जाएगी, तब हम अपने बच्चों को म्यूजियम में रखी हुई हड्डियां दिखाया करेंगे और बताया करेंगे कि यह हड्डियां उस जानवर की है जिनको हम गाय कहते थे, इसके दूध को पी कर बच्चे बड़े होते थे, इसके घी को पूजा में इस्तेमाल किया जाता था,इस के गोबर से खाद एवं उपले बनाए जाते थे।
जब आने वाली पीढ़ी आप लोगों से सवाल पूछेगी कि आखिर यह पशु विलुप्त कैसे हो गया, तब आप क्या जवाब दोगे? क्या आप यह बता सकोगे कि हम लालची लोगों ने अपने लालच में गौमाता को सड़कों पर मरने के लिए आवारा छोड़ दिया। क्या आप यह बता पाओगे कि इन सब के पीछे इंसान का ही हाथ है! आने वाली पीढ़ी आपको कोसेगी।
आज हम दिन निकलने तक रजाई में दुबके रहते हैं परंतु हमें इस चीज का भान नहीं है कि जो गौमाता हमारे संरक्षण में हमारे मकानों के अंदर होनी चाहिए थी वे सड़कों पर हैं। हम सब लोगों को मिल बैठकर कोई उपाय सोचना चाहिए, बस हम लोगों ने एक उपाय सोचा है अपने खेतों में कांटे और ब्लड वाला तार लगा दिया जाए । और बहुत सारे लोगों ने ऐसा किया भी, हजारों की संख्या में गाएं घायल अवस्था में इधर-उधर लहूलुहान घूम रहीं हैं। हम लोग पैसा कमाने में इस कदर लगे हुए हैं कि लगता है हमारे आंखों का पानी मर चुका है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार गाय में 33 कोटि देवताओं का वास होता है,उसके शरीर पर हाथ फेरने से विभिन्न प्रकार के रोगों का नाश होता है!
जब हमारे समक्ष कोई समस्या उत्पन्न होती है तो हम सरकार की तरफ टकटकी लगाकर देखते हैं कि शायद कोई उपाय वहां से मिल जाए।इस मुद्दे पर सरकार भी फेल हो चुकी है हालांकि सरकार तरह-तरह के दावे करती है सरकार ने कोशिश भी की गौशालाए भी बनवाई परंतु लालची लोगों के आगे सरकार भी फेल है सबसे ज्यादा गायों की हत्या गौशालाओं में ही हुई है।गौशालाओं के संचालकों से बात करने पर पता चलता है कि उनके पास बजट ही नहीं है |किसी प्रकार उनको चारा पानी देकर जीवित रखने का प्रयास किया जा रहा है,अगर यह बात सही है तो सरकारें दोषी हैं,अगर गौशाला के संचालकों ने पैसे बचाने के चक्कर में गायों को मरने के लिए छोड़ दिया है तो उनकी पीढ़ियां तबाह हो जाएगी ।
जहां हम लोग घायल गायों को देख कर मुंह फेर लेते हैं हमें इस बात का भान नहीं है कि हमें घायल गायों की कोई मदद करनी चाहिए !भान हो भी कैसे क्योंकि हमने ही उनको इस हालत में पहुंचाया है,ऐसी स्थिति में परौरी निवासी रिंकू पांडे ने गौ सेवा का बीड़ा उठाया, उनकी लगन को देखते हुए जगह-जगह से लोग उनके साथ जुड़ने शुरू हो गए, आज लगभग हर जगह रिंकू पांडे व उनकी टीम गौ सेवा करते हुए देखी जा सकती है। सरकार व समाज भले ही पांडे जी को कोई पारितोषिक ना दे सके परंतु उनको इसका सुखद परिणाम जरूर मिलेगा। उनके कार्य को देखते हुए अखंड लाइव न्यूज समाचार पत्र तथा प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद के द्वारा उनको सम्मानित किया जाएगा।
इस मौके पर प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष उमेश मौर्य जी, ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी, थाना व तहसील धौरहरा ,निघासन सिंगाही के सम्मानित पत्रकार उपस्थित रहे।
*संपादकीय टीम*
_*अखंड लाइव न्यूज लखीमपुर खीरी*_