निघासन सीट बदलने से कई प्रत्याशियों में निराशा।
भाजपा से मिल सकता है इनको टिकट।

निघासन(लखीमपुर खीरी): यूं तो कहने को निघासन जनपद लखीमपुर की सबसे पुरानी तहसील है। धौरहरा व पलिया भी कभी इसी तहसील का ही हिस्सा हुआ करते थे। धौरहरा व पलिया अलग तहसीलों के साथ नगर पंचायत भी काफी समय पहले ही हो गए थे मगर निघासन को जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते काफ़ी समय बाद नगर पंचायत का दर्जा मिला।
इस बार निघासन नगर पंचायत का पहला चुनाव है जिसको लेकर एक से बढ़कर एक चुनावी रणभूमि में उतरने की योजना बना रहे है व शादी समारोह के अलावा गमी आदि जैसे मौकों पर लोगों के घरों पर दस्तक देने लगे हैं। सत्ताधारी पार्टी भाजपा से चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की संख्या सबसे अधिक है।
नगर पंचायत चुनाव में पिछड़ा वर्ग की शीट आने से अध्यक्ष पद के दावेदार सक्रिय हो गए है। भाजपा पार्टी की तरफ से यदि दावेदारों की बात करें तो सबसे पहला नाम निघासन के पूर्व प्रधान रामकुमार मौर्य का आता है तो वहीं भाजपा जिला महामंत्री विनोद लोधी व बद्री प्रसाद मौर्य को भी टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे है, बाकी भाजपा अपना प्रत्याशी किसे चुनती है ये अभी समय के गर्भ में है।
निर्दलीय प्रत्याशियों की बात करें तो रकेहटी के पूर्व प्रधान, समाजसेवी दिग्विजय गुप्ता को भी मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा है।
बसपा से प्रबल दावेदारी भगौती प्रसाद मौर्य कर रहे हैं वहीं सपा से रमेश कुमार मौर्य व अन्य दो एक दावेदार हैं।
वहीं सीट बदलने से कई धुरंदर प्रत्याशियों में निराशा है।
निघासन नगर पंचायत का पहला चुनाव के चलते एक से बढ़कर एक धुरंदरों ने चुनावी रणभूमि में ताल ठोकी थी। महंगे बैनरो व पोस्टरों पर लाखों रूपये खर्च कर चुनाव जीत निघासन नगर पंचायत का पहला चेयरमैन बनने का ख्वाब संजोये थे मगर निघासन की सीट ओबीसी होने से कई धुरंदर प्रत्याशियों की उम्मीद पर पानी फेर दिया।