आखिरकार पकड़ा गया आदमखोर तेंदुआ
निघासन खीरी। वन क्षेत्र लुधौरी अंतर्गत ग्राम पंचायत बैलहा डीह में आतंक मचाने वाला तेंदुआ अंततः पिंजरे में कैद हो गया। सूचना मिलने पर लुधौरी रेंज का स्टाफ मौके पर पहुंचा। शनिवार की शाम तेंदुआ पिंजरे में बंधी बकरी खाने घुसा और कैद हो गया। तेंदुआ उसी जगह पकड़ा गया जहां उसने बीते गुरुवार को बैलहा डीह निवासी नंदकिशोर को लाही काटते समय मारा था और शुक्रवार

आखिरकार पकड़ा गया आदमखोर तेंदुआ
निघासन खीरी। वन क्षेत्र लुधौरी अंतर्गत ग्राम पंचायत बैलहा डीह में आतंक मचाने वाला तेंदुआ अंततः पिंजरे में कैद हो गया। सूचना मिलने पर लुधौरी रेंज का स्टाफ मौके पर पहुंचा। शनिवार की शाम तेंदुआ पिंजरे में बंधी बकरी खाने घुसा और कैद हो गया। तेंदुआ उसी जगह पकड़ा गया जहां उसने बीते गुरुवार को बैलहा डीह निवासी नंदकिशोर को लाही काटते समय मारा था और शुक्रवार को एक बच्ची पर भी उसने हमला किया था मगर ग्रामीणों के शोर मचाने पर वह गन्ने के खेत में भाग गया था।
पिंजरे में फसे तेंदुए को वन विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेश पर निघासन रेंज में बनी चौकी में पहुंचाया गया है।
बताते चले ग्राम सभा बैलहा थाना निघासन जनपद लखीमपुर खीरी वन रेंज लुधौरी में ग्राम डीह निवासी नंदकिशोर यादव पुत्र गयादीन उम्र 50 वर्ष अपने गांव के पास मटैहिया मार्ग के करीब अपने खेत में लगी सरसों की पकी फसल काट रहा था तभी अचानक पीछे से तेंदुआ द्वारा हमला कर दिया गया था।तेंदुए ने नंदकिशोर यादव का गला काट कर मौत के घाट उतार दिया था।पड़ोस में ही अपना खेत बचा रहे वारिस पुत्र मासूक अली निवासी मटैहिया मौके पर पहुंच कर शोर मचाने लगा था।शोर सुनकर आस-पास के लोग एकत्रित हो गए थे तब जाकर तेंदुए ने नंदकिशोर यादव को छोड़कर गन्ने के खेत में भाग गया था।
इसी तेंदुए ने 4 फरवरी को पचपेड़ी निवासी एक बच्ची तथा उसके अगले दिन 5 फरवरी को अदलाबाद निवासी रामनरेश को भी घायल कर चुका था।6 फरवरी को ठाकुर पुरवा में एक बछड़े को निवाला बना लिया था।इसी गांव की रहने वाली बालिका पर भी 7 फरवरी को उस समय हमला कर दिया था जब वह खेत में गन्ना छील रही थी।खेत में कई लोगों के उपस्थित होने के कारण वह बाल बाल बच गयी थी।लोग दहशत व आक्रोश में थे।तेंदुए के भय से लोग खेतों में जाने से डर रहे थे। ठाकुर पुरवा, बैलहा, मटैहया, लोखंदर पुर डीह, हड़हीपुरवा, कोदी पुरवा, मुड़िया,अदलाबाद आदि गांवो से निघासन पढ़ने जाने वाले स्कूली बच्चों की आवाजाही भी तेंदुए के आतंक की जद में आ गई थी।
बताते चलें नंदकिशोर यादव के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे जाने को लेकर तब गतिरोध उत्पन्न हो गया, जब मृतक किसान के परिजन भारतीय किसान यूनियन टिकैत के साथ मिलकर निम्न मांगे राख दी थी:—
( 1) मृतक किसान के परिवार को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता ।
(2) मृतक किसान के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी।
(3)आदमखोर जानवर को तुरंत शूट करने का आदेश जारी किया जाए।
(4)पीड़ित परिवार को आवास तथा 5 बीघा भूमि का पट्टा दिया जाए।प्रशासन द्वारा कोई आश्वासन न मिलने पर पीड़ित परिवार शव को ट्रॉली पर रखकर निघासन जा रहे थे। प्रशासन के द्वारा पांच लाख रुपया मुआवजा,आवास,भूमि का पट्टा तथा परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने पर सहमति बन गयी थी।
आदमखोर तेंदुए के पकड़े जाने से क्षेत्र में राहत की सांस आई है।
*अखंड लाइव न्यूज़ पत्रिका से* –
संवाददाता ठाकुर प्रसाद की रिपोर्ट