आवास न मिलने से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर
एक तरफ झमा झम बारिश का कहर दूसरी तरफ गरीब परिवार खुले आसमान में रहने को मजबूर खबर जनपद लखीमपुर खीरी की ब्लॉक रमिया बेहड़ की ग्राम पंचायत लखाही की है जहां बेहद गरीब जिब्राइल पुत्र इमामी जो बहुत ही गरीब परिवार है। इनको आवास न मिलने से खुले में रहने को मजबूर है एक

आवास न मिलने से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर
निघासन खीरी।
एक तरफ झमा झम बारिश का कहर दूसरी तरफ गरीब परिवार खुले आसमान में रहने को मजबूर खबर जनपद लखीमपुर खीरी की ब्लॉक रमिया बेहड़ की ग्राम पंचायत लखाही की है जहां बेहद गरीब जिब्राइल पुत्र इमामी जो बहुत ही गरीब परिवार है। इनको आवास न मिलने से खुले में रहने को मजबूर है एक तरफ सरकार के बड़े बड़े दावे की हर परिवार के पास घर होगा छत होगी लेकिन यह सब हवा हवाई देखने को मिल रहा है । सरकार ने कहा था हर गरीब के पास खुद का घर होगा लेकिन जमीनी स्तर तक कुछ और ही देखने को मिल रहा ।
ब्लॉक रमिया बेहड़ में ग्राम पंचायत लखाही में एक गरीब परिवार को आवास नही मिला खुले में रहने को मजबूर वहीं दूसरी तरफ ग्राम पंचायत परमोधापुर में आधे अधूरे पड़े आवास द्वितीय किस्त का पैसा न आने से खुले में रह रहा परिवार जानकारी के मुताबिक करीब तीन महीने से ज्यादा होने को है ।लेकिन अभी तक द्वितीय किस्त नही आई है। जब इस बात की जानकारी ग्राम प्रधान से li गई तो उन्होंने बताया की किस्त आ जाएगी इंतजार करो बारसत का मौसम है खुले में रहने को मजबूर ।
सरकार के वादे हवा हवाई नजर आने लगे है ।
आखिर क्यों नहीं दिया जाता है गरीब परिवार पर ध्यान
आखिर क्यों नहीं आया द्वितीय किस्त का पैसा
क्या बजट की कमी है या फिर शासन प्रशासन कर रहा देरी
रिपोर्ट सुनील कुमार मौर्य लखीमपुर खीरी