खीरी कोतवाल दे रहे अपराधियों को सह
कोतवाल साहब कार्यवाई करने के बजाए पीड़ित पत्रकार पर ही तहरीर बदलने व सुलह का बना रहे दबाव।

खीरी कोतवाल दे रहे अपराधियों को सह
कोतवाल साहब कार्यवाई करने के बजाए पीड़ित पत्रकार पर ही तहरीर बदलने व सुलह का बना रहे दबाव।
लखीमपुर खीरी। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के आदेशों की खीरी पुलिस लगातार धज्जियाँ उड़ा रही है।
लखीमपुर खीरी जनपद में आये दिन पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बुधवार शाम को सामने आया। जनपद के खीरी थाना क्षेत्र के रुद्रपुर गांव निवासी पत्रकार मो. इरफान अंसारी पर तीन बाइकों पर आये करीब आधा दर्जन हमलावरों ने उनके घर पर जान से मारने की नियत से हमला कर दिया, और पत्रकार को पीटने लगे। पीड़ित के चीखने चिल्लाने पर आसपास के तमाम लोग आ गये यह देख हमलावर मौका देख पत्रकार को जान से मारने धमकी देते हुए फरार हो गये। पीड़ित ने पहले तो घटना स्थल से ही खीरी कोतवाल को मामले से अवगत कराया उसके बाद पीड़ित ने खीरी थाना जाकर तहरीर भी दी। जिसमें पीड़ित ने तीन लोगों को नामजद किया है बाकी अन्य अज्ञात दिखाये हैं। लेकिन घटना के चौबीस घंटे बीत जाने बाद भी खीरी कोतवाल ने अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है। पहले से ही कई संगीन मामलों में लिप्त जब्बार जैसे शातिर व उनके साथियों को अपराध करने का बढ़ावा दे रहे हैं। पीड़ित पत्रकार का आरोप है कि एडिशनल एसपी के फोन करने बाद ही खीरी कोतवाल के पास मुकदमा लिखाने गया था। लेकिन वहाँ खीरी थाने पर उल्टी गंगा बहने लगी। अपराधियों के खिलाफ मुकदमा लिखने के बजाए खीरी कोतवाल पीड़ित पत्रकार पर ही तहरीर बदलने व सुलह समझौता करने का दबाव बनाने लगे। इस पर पीड़ित पत्रकार मो. इरफान अंसारी ने जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक के यहां प्रार्थना पत्र देकर शातिर हमलावरों के खिलाफ कार्यवाई की मां की है। इधर पीड़ित ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर भी खीरी कोतवाल की कार्यशैली की शिकायत की है। अब देखना यह है कि खीरी पुलिस इसके बावजूद भी कितनी हद तक गिर सकती है। जबकि शातिर अपराधी जब्बार ने फरार होते वक्त जान से मारने की धमकी दी है। इधर पुलिस के इस रवैये से तमाम पत्रकारों में रोष व्याप्त है। पीड़ित पत्रकार का कहना है कि हम भी शांत नहीं बैठेंगे अगर खीरी कोतवाल अजीत सिंह ने अपराधियों ने खिलाफ मुकदमा नहीं लिखा तो हमारे पत्रकार साथी जिला मुख्यालय पर धरना देंगे। जिसके जिम्मेदार भी खीरी थाना प्रभारी होंगे। इसके बावजूद भी अगर कार्यवाई नहीं की गई तो खीरी थाने के सामने आत्मदाह कर लेगें। जिसके जिम्मेदार भी खीरी थाना इंचार्ज होंगे।
रिपोर्ट मोहम्मद शाहिद लखीमपुर लखीमपुर खीरी