वो जी रहें दूसरों के लिए इस तरह की औरो के लिए मिसाल बन रहे तस्लीम बेनक़ाब पत्रकार
समाज में लोगों के लिए निस्वार्थ सेवा भाव का जज्बा लिए वो निरंतर ब्लड डोनेट कर अब तक 33 बार ब्लड डोनेट कर चुके तस्लीम बेनक़ाब

वो जी रहें दूसरों के लिए इस तरह की औरो के लिए मिसाल बन रहे तस्लीम बेनक़ाब पत्रकार
समाज में लोगों के लिए निस्वार्थ सेवा भाव का जज्बा लिए वो निरंतर ब्लड डोनेट कर अब तक 33 बार ब्लड डोनेट कर चुके तस्लीम बेनक़ाब
*न तो जान-पहचान देखते हैं न तो नाते और रिश्तेदारी ओर ना ही कोई धर्म इनका उद्देश्य सिर्फ लोगों की जान बचाना*
मुज़फ्फरनगर।
समाज में लोगों के लिए निस्वार्थ सेवा भाव का जज्बा लिए वो निरंतर ब्लड डोनेट कर अब तक 33 बार ब्लड डोनेट कर चुके पत्रकार तस्लीम बेनक़ाब।जिले में भी ऐेसे कुछ लोग हैं, जो रक्तदान के लिए जाने जाते हैं। समय-समय पर रक्तदान करके दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए कदम बढ़ाते हैं।न तो जान-पहचान देखते हैं न तो नाते और रिश्तेदारी ओर ना ही कोई धर्म इनका उद्देश्य सिर्फ लोगों की जान बचाना होता है।किसी भी समय जरूरत पड़े ये महादानी तस्लीम बेनक़ाब जो पत्रकारिता समाज मे एक अलग ही मुकाम भी रखते है लेकिन ब्लड देने के लिए हमेशा हाजिर हो जाते हैं और बड़ी उत्सुकता के साथ अपना ब्लड डोनेट करते हैं।आज भी सोशल मीडिया पर ब्लड की जरूरत हैं यह देखकर पत्रकार तस्लीम बेनक़ाब से देखा नही गया और जाकर उन्हें ब्लड डोनेट कर दिया और जब मरीज के बेटे से पूछा तो उसने बताया कि मेरे पिता जी का ऑपरेशन होना है और मुझे ब्लड की जरूरत है लेकिन मेरा कोई रिश्तेदार या कोई ऐसा इंसान मदद नहीं कर रहा है जो मुझे ब्लड उपलब्ध करा दें इतना सुनते ही पत्रकार महोदय ने उनकी पीड़ा को समझते हुए उनको अपना ब्लड डोनेट किया।तस्लीम बेनक़ाब का कहना हैं कि खून की कमी से कहीं किसी की जान न चली जाए, इसलिए लगातार ब्लड डोनेट करते आ रहे हैं।वहीं करीब 33 बार ब्लड डोनेट कर चुके है। उन्हीने कहा की जैसे कोई डॉक्टर इलाज करके लोगों की जान बचाता है, तो वहीं रक्तदाता अपने शरीर का खून देकर लोगो को नई जिंदगी देता है। सभी को रक्तदान करना चाहिए। इससे शरीर या स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं पहुंचता।