लेखपाल व दलालों का चल रहा खुलेआम धंधा बाढ़ राहत किट बने पैदावार का धंधा
जिला लखीमपुर खीरी के धौरहरा तहसील क्षेत्र ईसानगर क्षेत्र मे बाढ़ राहत केंद्र हसनपुर कटौली का है जहां पर लाभार्थियों को बाढ़ राहत किट मिलने के बजाय दलालों के माध्यम से ₹500 प्रति किट के हिसाब से खुलेआम बेचा जा रहा है जबकि यह सब मामला गोदाम प्रभारी की मिली भगत से बड़ा खेल खेला जा रहा है। कुछ चंद दलाल

लेखपाल व दलालों का चल रहा खुलेआम धंधा बाढ़ राहत किट बने पैदावार का धंधा
जिला लखीमपुर खीरी के धौरहरा तहसील क्षेत्र ईसानगर क्षेत्र मे बाढ़ राहत केंद्र हसनपुर कटौली का है जहां पर लाभार्थियों को बाढ़ राहत किट मिलने के बजाय दलालों के माध्यम से ₹500 प्रति किट के हिसाब से खुलेआम बेचा जा रहा है जबकि यह सब मामला गोदाम प्रभारी की मिली भगत से बड़ा खेल खेला जा रहा है। कुछ चंद दलाल बाढ़ राहत केंद्र के चारों तरफ 24 घंटे टहलते रहते है कब कोई आए और 500 रुपये दे कर ले जाए किट जबकि 500 रूपये में सिर्फ किट दिया जाता है ।लाई आलू व त्रिपाल के पैसे अलग से लिए जाते हैं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानों के द्वारा भी पीड़ित लाभार्थियों से 200 से 300 ? तक किट दिलवाने का व लिस्ट में नाम देने का पैसा लिया गया है यह पैसा सर्किल लेखपाल वह प्रधान आपस में मिल बैठकर खा लेते हैं तभी किट लाभार्थियों तक पहुंचता है जबकि सबसे बढ़िया काम इस बार राहत केंद्र पर दलाली का चलता है इस बार राहत केंद्र के प्रभारी के राजस्व निरीक्षक रामचंद्र भार्गव वह गोदाम प्रभारी मोहम्मद इरफान खान है यहां सारा खेल इन्हीं लोगों के नेतृत्व में खेला जा रहा है।
रिपोर्ट मोहम्मद शाहिद