वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है संत रामपाल जी महाराज
शनिवार को नेपाल के 30 जिलों में संत रामपाल जी महाराज का सत्संग हुआ कैलाली बर्दिया कंचनपुर जिला सहित और भी काफी जिलों में वेद, गीता जी, श्रीमद भागवत गीता, पुराण, गुरु ग्रंथ साहिब, कुरान शरीफ आदि से प्रमाणित विशाल सत्संग प्रवचन का आयोजन हुआ

निघासन-खीरी से संवाददाता जसविंदर सिंह की रिपोर्ट
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है _संत रामपाल जी महाराज
शनिवार को नेपाल के 30 जिलों में संत रामपाल जी महाराज का सत्संग हुआ
कैलाली बर्दिया कंचनपुर जिला
सहित और भी काफी जिलों में
वेद, गीता जी, श्रीमद भागवत गीता, पुराण, गुरु ग्रंथ साहिब, कुरान शरीफ आदि से प्रमाणित विशाल सत्संग प्रवचन का आयोजन हुआ
सत्संग में
नेपाल के हर एक जिले के गांव गांव से हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु आए
सत्संग प्रवचन में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी ने बताया कि गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में लिखा है कि ॐ ब्रह्म का, तत यह सांकेतिक मंत्र पर ब्रह्म का, सत पुर्ण ब्रह्म का ऐसे यह तिं प्रकार के पुर्ण परमात्मा के नाम सुमिरन का निर्देश संकेत कहा है और सृष्टि के आदिकाल मे विद्वानों ने बताया कि उसी परमात्मा ने वेद तथा यज्ञादि रचे आगे बताया कि सामवेद उतार्चिक अध्याय 3 खंड न.5 श्लोक न. 8 में भी लिखा गया है कि पुर्ण परमात्मा कविर अर्थात कबीर मानव शरीर में गुरु रुप में प्रकट होकर प्रभु प्रेमियों को तीन नाम का जाप देकर सत्य भक्ति कराता है तथा उस मित्र भक्त को पवित्र करके अपने आशीर्वाद से पुर्ण परमात्मा प्राप्ति करके पुर्ण सुख प्राप्त कराता है साधक की आयु बढ़ाता है वह पुर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही हैं और अपने सभी पवित्र ग्रन्थ से प्रमाणित है कि कबीर साहेब ही सबके रचनहार है
नेपाल के कार्डिनेटर रामकृपाल दास ने बताया कि जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सत्संग भारत के सभी राज्यों में ,बांग्लादेश,कतर , नेपाल, अमेरिका, दुबई आदि देशों सहित संत रामपाल जी के सत्संग प्रवचन होते हैं और संत रामपाल जी के करोड़ों अनुयाई दहेज लेनदेन, नशा, चोरी, व्यभिचार, घूसखोरी , जाती पाती आदि को त्यागकर सुखमय जीवन यापन कर रहे हैं
नेपाल के गांव गांव
में हजारों परिवार संत रामपाल जी के बताए नियमों पर चलकर अपना जीवन धन्य कर रहे हैं
और संत रामपाल जी द्बारा लिखित पुस्तक हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण जो कि सर्व ग्रंथ प्रमाणित पुस्तक है प्राप्त करने हेतु 7496801822 पर अपना नाम पता मेसेज करें