रांची में ईडी की जांच: सोमवार को कैश कांड में इरफान होंगे ईडी के सामने, साहिबगंज डीसी को भी देना होगा याददाश्त पर जोर
रांची में ईडी की जांच: सोमवार को कैश कांड में इरफान होंगे ईडी के सामने, साहिबगंज डीसी को भी देना होगा याददाश्त पर जोर
रांची में ईडी की जांच: सोमवार को कैश कांड में इरफान होंगे ईडी के सामने, साहिबगंज डीसी को भी देना होगा याददाश्त पर जोर
(प्रसार संपादक शेखर गुप्ता)
रांची: हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ साजिश से जुड़े कैश कांड में सोमवार को कांग्रेस से निलंबित विधायक इरफान अंसारी ईडी के सवालों का सामना करेंगे। वहीं दूसरी तरफ साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव से भी ईडी सोमवार को दूसरी बार अवैध खनन मामले में पूछताछ करेगी।
गौरतलब है कि पूर्व में ईडी ने 13 जनवरी को इरफान अंसारी को रांची के जोनल ऑफिस बुलाया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से इरफान ने एजेंसी से दो सप्ताह का वक्त मांगा था। इसके बाद एजेंसी ने उन्हें 6 फरवरी की सुबह 11 बजे एजेंसी के रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित होने को कहा है। इसी मामले में कांग्रेस से निलंबित अन्य विधायक राजेश कच्छप से 7 फरवरी व नमन विक्सल कोंगाड़ी से 8 फरवरी को पूछताछ होगी। तीनों विधायक 30 जुलाई 2022 को 48 लाख कैश के साथ हावड़ा में गिरफ्तार किए गए थे।
वहीं सोमवार को ही साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन और उससे अर्जित राशि की मनी लाउंड्रिंग के मामले में जिले के डीसी रामनिवास यादव से ईडी दूसरी बार पूछताछ करेगी। रामनिवास यादव से पहली बार 23 जनवरी को तकरीबन सात घंटे पूछताछ हुई थी। पहली बार पूछताछ में ईडी को कई तथ्यों पर डीसी जानकारी नहीं दे पाए थे। ईडी के सवालों के जवाब में उन्होंने बार-बार यह कहा था कि वह सबकुछ भूल गए हैं। ऐसे में ईडी ने उन्हें 6 फरवरी को फिर से एजेंसी के समक्ष हाजिर होने को कहा था। उन्हें कई सवालों की सूची भी ईडी ने सौंपी है, जिसके विवरण की मांग की गई थी। सभी जवाबों के साथ उन्हें सोमवार को ईडी कार्यालय में उपस्थित होना है।
गौरतलब है कि ईडी ने सरकार के खिलाफ साजिश केस में ही 24 दिसंबर को मामले के शिकायतकर्ता कांग्रेस के बेरमो विधायक अनूप सिंह से तकरीबन दस घंटे पूछताछ की थी। पूछताछ में अनूप सिंह ने जो तथ्य एजेंसी को दिए हैं, उसका सत्यापन और मिलान तीनों आरोपी विधायकों से किया जाएगा।
हावड़ा में तीनों विधायकों को जब गिरफ्तार किया गया था, तब उनके पास से पुलिस ने 48 लाख रुपये बरामद किए थे। बंगाल पुलिस की सीआईडी की जांच में यह बात सामने आयी थी कि विधायकों ने कोलकाता के ही शेयर ट्रेडर महेंद्र अग्रवाल से पैसे लिए थे। महेंद्र अग्रवाल ने पैसे क्यों दिए इन पहलुओं पर भी ईडी जांच करेगी। हालांकि, तीनों विधायकों ने बताया था कि आदिवासी दिवस के लिए उन्हें साड़ी और कंबल की खरीदारी करनी थी, इसलिए वह पैसे लेकर कोलकाता गए थे। लेकिन एजेंसी यह जांचेगी कि पैसों से खरीदारी करनी थी, तो बगैर कुछ खरीदे तीनों विधायक वापस झारखंड क्यों लौट रहे थे। वहीं बंगाल पुलिस से भी ईडी संबंधित दस्तावेज हासिल करेगी।
दरअसल, 30 जुलाई को कोलकाता में झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को 48 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अनूप सिंह के बयान पर रांची के अरगोड़ा थाना में 31 जुलाई को जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद तीनों विधायकों को बंगाल पुलिस ने जेल भेज दिया था। इसके बाद इस मामले में कोलकाता पुलिस की सीआईडी जांच कर रही थी। ईडी ने इस मामले में 9 नवंबर को ईसीआईआर दर्ज कर मनी लाउंड्रिंग के मामलों की जांच शुरू की है। जांच के क्रम में अनूप सिंह से ईडी को पूछताछ करनी है। इसी वजह से एजेंसी ने समन भेज कर 24 दिसंबर को अनूप को ईडी दफ्तर बुलाया था, ताकि मामले में अनूप का पक्ष एजेंसी के सामने आ सके।