कक्षा 10 व 12 के बच्चो के बेहतर भविष्य के लिए किया गया सुंदर काण्ड का पाठ तथा आयोजित की गई पंच कुण्डी गायत्री महायज्ञ
पंडित अवधेश त्रिवेदी जी ने विधि विधान से करवाया समस्त कार्यक्रम।
ढखेरवा चौराहा खीरी। कस्बे के इंद्र बहादुर इंटर कॉलेज व रेडियंट पब्लिक स्कूल में मंगलवार को बोर्ड परीक्षा हेतु कक्षा 10 व 12 हिंदी माध्यम और अंग्रेजी माध्यम दोनों के बेहतर भविष्य के लिए, उनकी बुद्धि के विकास के लिए, चारित्रिक उन्नयन के लिए, माता-पिता के सपनों को पूरा करने के लिए, सुंदरकांड के पाठ तथा पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को संपादित करने के लिए प्रखर वक्ता सहारा निवासी पंडित अवधेश त्रिवेदी जी ने अपना दायित्व संभाला।
कार्यक्रम के शुभारंभ में मां सरस्वती का पूजन करते हुए, प्रज्ञा शक्ति को जन-जन तक पहुंचाने वाले, भारतीय संस्कृति के संरक्षक, समाज की धरोहर, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी की पूजा अर्चना की गई। पूजन के दौरान प्रकृति देवता, तथा मां सरस्वती का आह्वान करते हुए दसों दिशाओं को साक्षी मानकर मन वचन एवं कर्म से बच्चों की प्रखर प्रज्ञा के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई।
बच्चों की संख्या अधिक होने की वजह से तथा मानव शरीर पांच तत्वों से बना होने के कारण, एवं पंचामृत में भी पांच चीजें होने के कारण, पंच कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया गया।
पंडित अवधेश त्रिवेदी जी ने बताया कि ज्ञान वह विषय वस्तु है जो व्यक्ति को सफलता की उच्चतम बुलंदियों तक पहुंचाता है। ज्ञान केवल वही व्यक्ति हासिल कर सकता है जिसकी बुद्धि प्रखर है एवं मन में लगन हैं। बुद्धि को प्रखर बनाने के लिए ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। सभी बच्चों को मन वचन एवं कर्म से इस में भाग लेना चाहिए।विद्यालय के अतिरिक्त भी अगर कहीं भी इस प्रकार के आयोजन हो रहे हो बिना मीन मेक निकाले उसमे भी भाग लेना चाहिए। कोई भी धर्म किसी को भी गलत शिक्षा नहीं देता है।
आगे उन्होंने बताया कि बच्चे हाई स्कूल में पहुंचने पर अपने मस्तिष्क को अन्य कार्य में हाई कर देते हैं जबकि उसका प्रयोग उनको अपनी पढ़ाई में करना चाहिए, इंटरमीडिएट शिक्षा का समापन नहीं है बल्कि शिक्षा में एंटर मतलब प्रवेश है। यहां से बच्चे महाविद्यालयों में जाएंगे जहां उनका सामना बड़े-बड़े योद्धाओं से होने वाला है, यदि बच्चों की पूर्व तैयारी नहीं होगी, तो वे कंपटीशन में पिछड़ जाएंगे।
आगे उन्होंने बताया कि ढखेरवा चौराहा स्थित जय गुरुदेव मार्केट में हुई गायत्री महायज्ञ में यज्ञ आचार्यों द्वारा चुनी गई देवकन्याओ ने इस पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ में भी पूरे विधि विधान के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया है। मैं आवाहन करता हूं कि देवकन्या शिवांगी मौर्या, श्रेया मौर्या, गर्विता बरनवाल, तथा सुप्रिया वर्मा अपने दायित्व को स्वयं में हमेशा धारण करते हुए दूसरों को भी प्रेरणा दें। विद्यालय के प्रिंसिपल आरके मौर्य जी का बालिकाओं का देवकन्या नामकरण करने का प्रयास सर्वदा प्रशंसनीय है।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक श्री कृष्ण मोहन मनार,यज्ञ प्रमुख अंग्रेजी माध्यम से सोनम मौर्या हिंदी माध्यम से पुनीता मौर्या, कार्यक्रम संचालक अभिषेक कुमार, व्यवस्थापक राहुल मौर्य, प्रधानाचार्य केएल वर्मा पूर्व प्रधानाचार्य वीना शर्मा सहित समस्त अध्यापक एवं अध्यापिकाए उपस्थित रहे।
संपादकीय
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