बंगाल भाजपा नेता के काफिले पर हमले का आरोप, सुकांत मजूमदार बोले- मारने आए थे टीएमसी के गुंडे
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्षसुकांत मजूमदार को शनिवार को दक्षिण 24 परगना जिले में लोगों के एक समूह ने काले झंडे दिखाए गए और उनकी कार को आगे बढ़ने से रोक दिया
बंगाल भाजपा नेता के काफिले पर हमले का आरोप, सुकांत मजूमदार बोले- मारने आए थे टीएमसी के गुंडे
(शेखर गुप्ता की रिपोर्ट)
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्षसुकांत मजूमदार को शनिवार को दक्षिण 24 परगना जिले में लोगों के एक समूह ने काले झंडे दिखाए गए और उनकी कार को आगे बढ़ने से रोक दिया।
भाजपा ने दावा किया कि वे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के समर्थक थे। तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता को आम लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा, जो भाजपा की विभाजनकारी राजनीति से असंतुष्ट हैं।
बालुरघाट लोकसभा सीट से सांसद मजूमदार जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद कोलकाता लौट रहे थे। तब रास्ते में आंदोलनकारियों ने काले झंडे लेकर जॉयनगर इलाके में उनका रास्ता रोक दिया और भाजपा के खिलाफ नारे लगाए।
जयनगर में भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के काफिले पर हमला
घटना का एक कथित वीडियो संलग्न करते हुए, मजूमदार ने ट्विटर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पूछा कि क्या वह गुंडों को गिरफ्तार करने के लिए कोई कदम उठाएंगी। इस बीच तृणमूल के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल नहीं थे। उन्होंने कहा, यह भाजपा की विभाजनकारी और बंगाल विरोधी राजनीति के खिलाफ स्वत:स्फूर्त जनविरोध था।
पुलिस ने दी सफाई कहा- सुरक्षित हैं भाजपा अध्यक्ष
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मजूमदार की कार वहां ज्यादा देर तक नहीं फंसी रही, क्योंकि पुलिसकर्मी स्थानीय लोगों के साथ उनकी कार को सुरक्षित रास्ता दिलाने के लिए आगे आए थे। अधिकारी ने कहा, स्थिति नियंत्रण में है। भाजपा सांसद के काफिले के आगे चल रहे पुलिस वाहन और कुछ स्थानीय लोगों ने सुनिश्चित किया कि वह वहां से सुरक्षित चले जाएं।
भाजपा अध्यक्ष पर हमले के खिलाफ हुआ विरोध प्रदर्शन
उत्तरी कोलकाता भाजपा के जिलाध्यक्ष तमोघन घोष ने कहा, ‘हमारे प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार पर जयनगर में हमला किया गया। पूरे उत्तरी कोलकाता में विरोध प्रदर्शन किया गया। जयनगर तृणमूल नेता सहाबुद्दीन शेख ने जवाब दिया, ‘मुझे पूरी बात नहीं पता। उन्होंने कहा,’ मैंने सुना है कि जिन लोगों को 100 दिन की मजदूरी नहीं मिली, उन्होंने सुकांत मजूमदार की गाड़ी के सामने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध शांतिपूर्ण था। कोई हमला नहीं यह हमारी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है। हमारी टीम में से कोई भी जुड़ा नहीं है। आम लोगों ने अपनी भावना का इजहार किया है।