आदिवासियों ने विभिन्न मांगों को लेकर 5 राज्यों में 20 जगहों पर रेल ट्रैक और सड़क जाम, रेल सेवा हुई अस्त-व्यस्त
आदिवासियों ने विभिन्न मांगों को लेकर 5 राज्यों में 20 जगहों पर रेल ट्रैक और सड़क जाम, रेल सेवा हुई अस्त-व्यस्त
आदिवासियों ने विभिन्न मांगों को लेकर 5 राज्यों में 20 जगहों पर रेल ट्रैक और सड़क जाम, रेल सेवा हुई अस्त-व्यस्त
(प्रसार संपादक शेखर गुप्ता)
रांची, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर, कोलकाता, मरांग बुरु (पारसनाथ पहाड़) को मुक्त कर आदिवासियों को वापस करने और 2023 में सरना धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान ने शनिवार को पांच राज्यों में रेल रोड चक्का जाम किया।
झारखंड, बंगाल ओड़िशा, बिहार व असम में लगभग 20 जगहों पर रेल चक्का जाम किया गया। सेंगेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कहा है कि यदि केंद्र सरकार और झारखंड सरकार इन मांगों को पूरा नहीं करती है, तो 11 अप्रैल से अनिश्चितकालीन रेल रोड चक्का जाम किया जायेगा। 30 जून को संथाल विद्रोह दिवस के मौके पर देश के आदिवासी न्याय और अधिकार के लिए विद्रोह का आगाज करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि झामुमो और उसके सहयोगियों ने रेलरोड चक्का जाम को जगह-जगह कमजोर करने का प्रयास किया।
राजधानी रांची में भी ट्रेनें रोकी गयीं, कोल्हान में असरदार प्रदर्शन
राजधानी रांची में आदिवासी छात्र संघ व आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने पिस्का स्टेशन में रांची-लोहरदगा पैसेंजर ट्रेन को रोका। उधर कोल्हान में खेमाशोली, कांटाडीह, बहलदा और चांडिल में रेलवे लाइन व हाइवे पर पारंपरिक हथियार के साथ बैठकर नारेबाजी की गयी। इससे मुंबई-हावड़ा मार्ग पर एक दर्जन ट्रेनें रद्द रहीं, जबकि दर्जनों ट्रेनें मार्ग परिवर्तन कर चलीं। चांडिल के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस पर पथराव किया गया। अभियान के आंदोलन के कारण घंटों यात्री व परीक्षार्थी परेशान रहे। अलगअलग जगहों पर दो से तीन घंटे तक आंदोलन चला। आरपीएफ ने समझा-बुझाकर आंदोलनकारियों को वापस भेजा। रेल रोको आंदोलन के कारण 10 लाख रुपये के टिकट यात्रियों ने रद्द कराया। इसमें काउंटर से करीब 2.50 लाख व बाकी राशि ऑनलाइन की रही।
आंदोलन के कारण रद्द ट्रेनें
1. खड़गपुर-टाटानगर पैसेंजर स्पेशल
2. हावड़ा-बड़बिल हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस
3. हावड़ा-टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस
4. खड़गपुर-टाटानगर-खड़गपुर पैसेंजर स्पेशल
5. टाटानगर-खड़गपुर-टाटानगर पैसेंजर स्पेशल
6. टाटानगर-हावड़ा टाटानगर स्टील एक्सप्रेस
7. टाटानगर-खड़गपुर पैसेंजर स्पेशल
8. चक्रधरपुर-गोमो-चक्रधरपुर मेमू
9. टाटानगर दानापुर एक्सप्रेस
10. टाटानगर-आसनसोल पैसेंजर स्पेशल
11. टाटानगर-चक्रधरपुर-टाटानगर पैसेंजर स्पेशल
परिवर्तित मार्ग से चलीं ट्रेने
1. टिटलागढ़-हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस को कांटाबाजी से लौटाया गया, टाटानगर और टिटलागढ़ के बीच चला
2. हटिया-टाटानगर और हटिया को पुरुलिया से शुरू कर और वहीं से वापस किया गया
3. धनबाद-टाटानगर-धनबाद सुवर्णरेखा एक्सप्रेस को आद्रा स्टेशन में रोक दिया गया
4. झाड़ग्राम पुरुलिया झाड़ग्राम मेमू को बड़ाभूम से लौटाया गया
5. आद्रा-बड़ाभूम-आद्रा मेमू स्पेशल को पुरुलिया से लौटाया गया
6. आसनसोल-बड़ाभूमआसनसोल मेमू स्पेशल को पुरुलिया से लौटाया गया
7. आसनसोल-टाटानगरआसनसोल पैसेंजर को पुरुलिया में रोक दिया गया.
8. पुणे-हावड़ा-पुणे एक्सप्रेस को राउरकेला से डायवर्ट किया गया
9. पुरुषोत्तम एक्सप्रेस को मुरी होकर चलाया गया
पारसनाथ क्षेत्र में पुलिस रही सक्रिय आंदोलनकारियों को रोका गया
डुमरी, पारसनाथ स्टेशन में रेल चक्का जाम आंदोलन पुलिस की सक्रियता के कारण सफल नहीं हो पाया. इस दौरान आंदोलनकारियों नेपारसनाथ स्टेशन के प्रबंधक को ज्ञापन भी सौंपा। आंदोलन की पूर्व घोषणा के बाद से ही रेलवे और पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में था, शुक्रवार को पुलिस और जिला पुलिस के अधिकारी आंदोलनकारियों को रोकने की रणनीति बनाने के लिए पारसनाथ स्टेशन का कई बार निरीक्षण भी किया था।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रोकी गयी कोलकाता
मालदा रेल मंडल अंतर्गत बोनीडांगा रेलवे स्टेशन के समीप शनिवार को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रोकी गयी। बाद में आरपीएफ, जीआरपी व स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उक्त ट्रेन को रवाना किया गया। पश्चिम बंगाल में भी कई जिलों में आदिवासी समुदाय के लोगों ने यह अभियान चलाया। वहां पूर्व बर्दवान के जौग्राम, मेदिनीपुर के खेमाशुली व पुरुलिया के कांटाड़ी में रेल रोको अभियान चलाया गया। सिलीगुड़ी जंक्शन पर सुबह से राष्ट्रीय राजमार्ग 34 और रायगंज बालुरघाट 10/ए राज्य राजमार्ग को जाम कर दिया गया था। दक्षिण दिनाजपुर के गंगारामपुर में भी राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया था।